निःसंदेह अल्लाह ने उन लोगों की बात सुन ली है, जिन्होंने कहा कि "अल्लाह निर्धन है और हम धनवान[105] हैं!" उन्होंने जो कुछ कहा है, हम उसे लिख लेंगे और उनके नबियों को अनाधिकार क़त्ल करने को भी। तथा हम (उनसे) कहेंगे कि (अब तुम) जलाने वाली यातना का मज़ा चखो।
सूरह आल-ए-इमरान आयत 181 तफ़सीर
105. यह बात यहूदियों ने कही थी। (देखिए : सूरतुल बक़रा, आयत : 254)
सूरह आल-ए-इमरान आयत 181 तफ़सीर