और तुम[5] उन्हें समझते कि जाग रहे हैं, जबकि वे सोए हुए थे। और हम उन्हें दायें तथा बायें फेरते रहे। और उनका कुत्ता गुफा की चौखट पर अपनी दोनों बाहें फैलाए हुए था। यदि तुम झाँककर देख लेते, तो पीठ फेरकर भाग जाते और उनसे भयभीत हो जाते।
सूरह अल-कहफ़ आयत 18 तफ़सीर
5. इसमें किसी को भी संबोधित माना जा सकता है, जो उन्हें उस दशा में देख सके।
सूरह अल-कहफ़ आयत 18 तफ़सीर