कुरान - 23:101 सूरह अल-मुमिनून हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

فَإِذَا نُفِخَ فِي ٱلصُّورِ فَلَآ أَنسَابَ بَيۡنَهُمۡ يَوۡمَئِذٖ وَلَا يَتَسَآءَلُونَ

फिर जब सूर (नरसिंघा) में फूँक मारी जाएगी, तो उस दिन[27] उनके बीच न कोई रिश्ते-नाते होंगे और न वे एक-दूसरे को पूछेंगे।

सूरह अल-मुमिनून आयत 101 तफ़सीर


27. अर्थात प्रलय के दिन। उस दिन भय के कारण सबको अपनी चिंता होगी।

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