कुरान - 75:5 सूरह अल-क़ियामह हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

بَلۡ يُرِيدُ ٱلۡإِنسَٰنُ لِيَفۡجُرَ أَمَامَهُۥ

बल्कि मनुष्य चाहता है कि अपने आगे भी[3] गुनाह करता रहे।

सूरह अल-क़ियामह आयत 5 तफ़सीर


3. अर्थात वह प्रलय तथा ह़िसाब का इनकार इसलिए करता है ताकि वह पूरी आयु कुकर्म करता रहे।

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