तथा तुम अपने में से अविवाहित पुरुषों तथा स्त्रियों का निकाह कर दो[27], और अपने दासों और अपनी दासियों में से जो सदाचारी हैं उनका भी (विवाह कर दो)। यदि वे निर्धन होंगे, तो अल्लाह उन्हें अपने अनुग्रह से धनी बना देगा। और अल्लाह विस्तार वाला, सब कुछ जानने वाला है।
Surah Ayat 32 Tafsir (Commentry)
27. निकाह के विषय में नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का कथन है : \"जो मेरी सुन्नत से विमुख होगा, वह मुझ से नहीं है।\" (बुख़ारी : 5063 तथा मुस्लिम : 1020)
Surah Ayat 32 Tafsir (Commentry)