अतः आप धैर्य रखें। निःसंदेह अल्लाह का वादा सच्चा है। फिर यदि हम आपको उस (यातना) का कुछ भाग दिखा दें, जिसका हम उनसे वादा करते हैं या हम आपको (उससे पहले ही) मृत्यु दे दें, तो वे हमारी ही ओर लौटाए जाएँगे।[22]
Surah Ayat 77 Tafsir (Commentry)
22. अर्थात प्रलय के दिन। फिर वे अपनी यातना देख लेंगे।
Surah Ayat 77 Tafsir (Commentry)