और जब हमारा आदेश आ गया, तो हमने शुऐब को और उसके साथ ईमान लाने वालों को अपनी दया से बचा लिया और अत्याचारियों को भयंकर आवाज़ (चीत्कार) ने पकड़ लिया। फिर वे अपने घरों में औंधे मुँह पड़े रह गए।
Surah Ayat 94 Tafsir (Commentry)
(1) یعنی پھر زمین پر اترے اور آہستہ آہستہ نبی ﹲ کے قریب ہوئے۔
Surah Ayat 94 Tafsir (Commentry)