कुरान - 68:27 सूरह अल-क़लम हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).
بَلۡ نَحۡنُ مَحۡرُومُونَ
बल्कि हम वंचित[7] कर दिए गए हैं।
सूरह अल-क़लम आयत 27 तफ़सीर
7. पहले तो सोचा कि राह भूल गए हैं। किंतु फिर देखा कि बाग़ तो उन्हीं का है तो कहा कि यह तो ऐसा उजाड़ हो गया है कि अब कुछ तोड़ने के लिए रह ही नहीं गया है। वास्तव में, यह हमारा दुर्भाग्य है।
सूरह अल-क़लम आयत 27 तफ़सीर