क़ुरआन -11:9 सूरत हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर)).

وَلَئِنۡ أَذَقۡنَا ٱلۡإِنسَٰنَ مِنَّا رَحۡمَةٗ ثُمَّ نَزَعۡنَٰهَا مِنۡهُ إِنَّهُۥ لَيَـُٔوسٞ كَفُورٞ

और यदि हम मनुष्य को अपनी तरफ़ से किसी दया (नेमत) का स्वाद चखा दें, फिर उसे उससे छीन लें, तो निश्चय ही वह अति निराश, बड़ा नाशुक्रा हो जाता है।

Surah Ayat 9 Tafsir (Commentry)


(1) اس سےمراد قوم لوط ہے جن کا سب سے بڑا جرم لواطت تھا۔

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