Quran Quote  :  Believers! Seek help in patience and in Prayer; Allah is with those that are patient - 2:153

कुरान - 20:89 सूरह ता-हा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

أَفَلَا يَرَوۡنَ أَلَّا يَرۡجِعُ إِلَيۡهِمۡ قَوۡلٗا وَلَا يَمۡلِكُ لَهُمۡ ضَرّٗا وَلَا نَفۡعٗا

तो क्या वे देखते नहीं कि वह न उनकी किसी बात का उत्तर देता है और न वह उनके किसी नुक़सान का मालिक है और न किसी लाभ का।[32]

सूरह ता-हा आयत 89 तफ़सीर


32. फिर वह पूज्य कैसे हो सकता है?

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