कुरान - 26:199 सूरह अश-शुअरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

فَقَرَأَهُۥ عَلَيۡهِم مَّا كَانُواْ بِهِۦ مُؤۡمِنِينَ

फिर वह इसे उनके सामने पढ़ता, तो भी वे उसपर ईमान लाने वाले न होते।[36]

सूरह अश-शुअरा आयत 199 तफ़सीर


36. अर्थात अरबी भाषा में न होता, तो कहते कि यह हमारी समझ में नहीं आता। (देखिए : सूरत ह़ा, मीम, सजदा, आयत : 44)

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