कुरान - 26:212 सूरह अश-शुअरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

إِنَّهُمۡ عَنِ ٱلسَّمۡعِ لَمَعۡزُولُونَ

निःसंदेह वे तो (इसके) सुनने ही से अलग[37] कर दिए गए हैं।

सूरह अश-शुअरा आयत 212 तफ़सीर


37. अर्थात इसके अवतरित होने के समय शैतान आकाश की ओर जाते हैं तो उल्का उन्हें भस्म कर देते हैं।

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